tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post2221057280356697882..comments2023-10-29T15:33:03.034+05:30Comments on दीपक बाबा की बक बक: मेरा गाँव - मेरा देश.दीपक बाबाhttp://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-51977321677075085862012-05-18T18:41:12.643+05:302012-05-18T18:41:12.643+05:30@@@@ देवेंदर जी सहमत हूँ
.......दिल को छूती शानदार...@@@@ देवेंदर जी सहमत हूँ<br />.......दिल को छूती शानदार पोस्ट<br /><br />संजय भास्करसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-46794293583805825752012-05-18T18:39:54.280+05:302012-05-18T18:39:54.280+05:30गाँव की यादों को बहुत ही प्रभावशाली रूप में प्रस्त...गाँव की यादों को बहुत ही प्रभावशाली रूप में प्रस्तुत किया है आपका स्टाइल लाजवाब है दीपक जीसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-39469588616224586682012-05-18T02:12:18.160+05:302012-05-18T02:12:18.160+05:30हम भी गाँव होकर आये... बस तस्वीरे नहीं ले पाए !हम भी गाँव होकर आये... बस तस्वीरे नहीं ले पाए !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-41903382005671543682012-05-08T22:00:19.381+05:302012-05-08T22:00:19.381+05:30नानी से भी पैसे मार लाये बाबा ....
आप खुशकिस्मत हो...नानी से भी पैसे मार लाये बाबा ....<br />आप खुशकिस्मत हो जो वे ठीक ठाक हैं, उनके स्वास्थ्य की कामना करो बाबा ...अभी कई सालों तक पैसे मिलते रहेंगे !<br />शुभकामनायें आपको !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-8883978686505012832012-05-07T22:56:26.640+05:302012-05-07T22:56:26.640+05:30उत्कृष्ट प्रस्तुतिउत्कृष्ट प्रस्तुतिsmhttp://realityviews.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-60349263368475859912012-05-06T14:39:51.604+05:302012-05-06T14:39:51.604+05:30ये दो पंक्तियाँ, गाँव जाने औऱ गाँव से लौटने के बीच...ये दो पंक्तियाँ, गाँव जाने औऱ गाँव से लौटने के बीच होने वाले एहसास के फर्क को बखूबी अभिव्यक्त करती हैं...<br /><br />पंख नहीं होते पर यकीन मानिए - पैर जमीन से २ ब्लांत उपर चलते हैं। <br />............................<br />हाँ, पाँव अब जमीन पर होते है और धीरे धीरे चलते हैं।<br /><br />दिल को छूती शानदार पोस्ट। वाह! आनंद आ गया।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-51850034433768830552012-05-06T07:45:57.804+05:302012-05-06T07:45:57.804+05:30अच्छा लगा, आपका गांव तरक्की पर है। सूचनार्थ: ब्लॉग...<b> अच्छा लगा, आपका गांव तरक्की पर है। सूचनार्थ: <a href="http://blog4varta.blogspot.in/2012/05/4_06.html" rel="nofollow">ब्लॉग4वार्ता </a>के पाठकों के लिए खुशखबरी है कि वार्ता का प्रकाशन नित्य प्रिंट मीडिया में भी किया जा रहा है, जिससे चिट्ठाकारों को अधिक पाठक उपलब्ध हो सकें। </b>ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-35177287373058705202012-05-05T17:12:20.195+05:302012-05-05T17:12:20.195+05:30बेजोड़ प्रस्तुतीकरण और चित्र...आपने भावुक कर दिया....बेजोड़ प्रस्तुतीकरण और चित्र...आपने भावुक कर दिया...गाँव जैसी सादगी शहरों में कहाँ...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-19536599920154426592012-05-03T19:52:23.143+05:302012-05-03T19:52:23.143+05:30यादाश अच्छी नहीं है बाबाजी, बहुत खराब है सा...., ...यादाश अच्छी नहीं है बाबाजी, बहुत खराब है सा...., बहुत दुःख देती है कभी कभी :)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-77292700154517141442012-05-03T18:25:20.886+05:302012-05-03T18:25:20.886+05:30हा हा .. अच्छा हुवा कुछ ताज़ी हवा तो ले आए आप गाँव...हा हा .. अच्छा हुवा कुछ ताज़ी हवा तो ले आए आप गाँव की ... पर अब वहां भज माहोल बदल रहा है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-26312342213636574082012-05-03T17:57:39.042+05:302012-05-03T17:57:39.042+05:30Mud-mud yad sataye pind di ya galiya di.Mud-mud yad sataye pind di ya galiya di.Suresh kumarhttps://www.blogger.com/profile/05489753526784353258noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-16798279626686065262012-05-03T17:57:22.515+05:302012-05-03T17:57:22.515+05:30Mud-mud yad sataye pind di ya galiya di.Mud-mud yad sataye pind di ya galiya di.Suresh kumarhttps://www.blogger.com/profile/05489753526784353258noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-3725431587484588032012-05-03T12:48:23.941+05:302012-05-03T12:48:23.941+05:30गाँव का शुद्ध हवा और पानी का कहीं कोई सानी नहीं..
...गाँव का शुद्ध हवा और पानी का कहीं कोई सानी नहीं..<br />खैर बंधुवर, जयपुर हाइवे से जयपुर याद आता है और जयपुर से कुछ और, एक फोन तो कर देते,Manoj Khttps://www.blogger.com/profile/06707542140412834778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-54623601483510965002012-05-03T11:45:05.144+05:302012-05-03T11:45:05.144+05:30बाईक से कभी इतनी लंबी यात्रा की नहीं संजय बाऊ. वैस...बाईक से कभी इतनी लंबी यात्रा की नहीं संजय बाऊ. वैसे यादाश तुम्हारी बहुत अच्छी है.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-65225544076422688982012-05-03T00:59:00.632+05:302012-05-03T00:59:00.632+05:30मस्त रिपोर्ट| और इस रिपोर्टिंग में वो असंतुष्ट दि...मस्त रिपोर्ट| और इस रिपोर्टिंग में वो असंतुष्ट दिल का हाल है जो जहां है वहां नहीं है लेकिन सब जगह है| कल ऑफिस से लौटते हुए फोन पर पढ़ा था अक्षर अक्षर जोड़कर और दिल गार्डन गार्डन हो गया था| <br />एक बार उस रूदावल वाले मंदिर चलना है, बाईक पर चलेंगे| बनाओ प्रोग्राम|संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-70007641353015587452012-05-02T20:57:06.899+05:302012-05-02T20:57:06.899+05:30हम लोग तो इस तरह के वातावरण से कभी कभी ही रूबरू हो...हम लोग तो इस तरह के वातावरण से कभी कभी ही रूबरू हो पाए वो भी बचपन में। गाँवों में हो रहे बदलाव के बारे में जानकर अच्छा लगा।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-27370320046658650422012-05-02T20:33:21.535+05:302012-05-02T20:33:21.535+05:30बहुत दिनों बात ब्लॉग्गिंग पर उतरे हैं, आप सब लोगों...बहुत दिनों बात ब्लॉग्गिंग पर उतरे हैं, आप सब लोगों का आभार जिन्होंने यहाँ टीप देकर मेरा उत्साह बदाया.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-19357555657557353962012-05-02T18:13:49.835+05:302012-05-02T18:13:49.835+05:30बहुत सुंदर
पर मैं क्या कहूं.. स्व. कैलाश गौतम की ...बहुत सुंदर<br /><br />पर मैं क्या कहूं.. स्व. कैलाश गौतम की एक रचना याद आ रही है..<br /><br />गांव गया था<br />गांव से भागा<br />रामराज का हाल देखकर<br />पंचायत की चाल देखकर<br />आंगन में दीवाल देखकर<br />सिर पर आती डाल देखकर<br />नदी का पानी लाल देखकर<br />और आंख में बाल देखकर<br />गांव गया था<br />गांव से भागा..महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-69340657119235177522012-05-02T12:59:28.074+05:302012-05-02T12:59:28.074+05:30बहुत दिनों बाद आयी आपकी पोस्ट। गांव की हवा जो खा ...बहुत दिनों बाद आयी आपकी पोस्ट। गांव की हवा जो खा रहे थे।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-68951280022620934822012-05-02T11:56:17.111+05:302012-05-02T11:56:17.111+05:30हाँ कुछ ऐसा नहीं लग रहा - पंचम इस्टाइल पोस्ट
स्व...हाँ कुछ ऐसा नहीं लग रहा - पंचम इस्टाइल पोस्ट <br /><br />स्वागत हैदीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-57798283640758849192012-05-02T11:41:50.528+05:302012-05-02T11:41:50.528+05:30अहह..मन हिलोर पोस्ट !अहह..मन हिलोर पोस्ट !सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-45842684543024625982012-05-02T11:36:48.340+05:302012-05-02T11:36:48.340+05:30जुबान पर कुछ - मन में कुछ , ऐसी शहरी दुनिया से निक...जुबान पर कुछ - मन में कुछ , ऐसी शहरी दुनिया से निकल कर गाँव की हवा और पानी का स्वाद चखाने क़े लिए शुक्रिया , काश हम भी कभी जा पाते....?Manoj sharmahttp://www.pitashivkripa.orgnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-18304731209733503102012-05-02T08:48:45.052+05:302012-05-02T08:48:45.052+05:30ग्रामीण मन ही समझ सकता है नई फसल की कीमत !
तस्वीरो...ग्रामीण मन ही समझ सकता है नई फसल की कीमत !<br />तस्वीरों में गाँव की मिट्टी की सौंधी महक है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-36374527682595689412012-05-02T08:20:23.242+05:302012-05-02T08:20:23.242+05:30सोने से भी अधिक खालिस है, ये गेहूँ के खेत..गाँवों ...सोने से भी अधिक खालिस है, ये गेहूँ के खेत..गाँवों का महत्व बस इसी से सिद्ध हो जाता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-30046670174751144802012-05-02T05:40:40.775+05:302012-05-02T05:40:40.775+05:30मज़ा आ गया जी, आभार!मज़ा आ गया जी, आभार!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com