tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post4573338268739365281..comments2023-10-29T15:33:03.034+05:30Comments on दीपक बाबा की बक बक: भावना - दुर्भावनादीपक बाबाhttp://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-69125311903005897732011-04-30T16:35:35.203+05:302011-04-30T16:35:35.203+05:30"अब भावुक इंसान भावना को भूल चुका था।"
स..."अब भावुक इंसान भावना को भूल चुका था।"<br />सही कहा आपने अब भावना का कोई स्थान नहीं रहा...<br />उसकी जगह व्यावहारिकता ने ले ली है...<br />भावना कि सम्भावना इंसान ने खुद ही मिटा डाली है..!!***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-51982808766455382982011-04-30T12:34:46.050+05:302011-04-30T12:34:46.050+05:30कहानी के माध्यम से बहुत सारे सत्य उजागर कर दिए......कहानी के माध्यम से बहुत सारे सत्य उजागर कर दिए...<br />बढ़िया व्यंग्यrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-9719016369892253952011-04-30T07:17:01.467+05:302011-04-30T07:17:01.467+05:30Prabhavi post...prasanshneey....badhai.....Prabhavi post...prasanshneey....badhai.....Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-62385240442106024982011-04-29T06:01:29.384+05:302011-04-29T06:01:29.384+05:30आपकी शैली और बिम्ब को सलामआपकी शैली और बिम्ब को सलामM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-41963033595275897432011-04-28T20:08:35.850+05:302011-04-28T20:08:35.850+05:30अब भावुक इंसान भावना को भूल चुका था। आंसूओं ने उसक...अब भावुक इंसान भावना को भूल चुका था। आंसूओं ने उसके गालों को ठंण्डा कर दिया - साथ ही उसका जमीर भी ठण्डा हो गया था। अब वह शराब पीकर दुर्भावना के साथ पैसा इकट्ठा करता और हर सप्ताह उस बाबा के आश्रम में दान देकर आता।<br /><br />सोच रही हूँ जब बस खामख्वाह आप ऐसा लिख रहे हैं तो सिर्फ ख्वाह से कैसा लिखेंगे .....<br />अद्भुत सोच की धनी है आपकी कलम दीपक जी .....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-78959491599239071752011-04-28T15:05:14.387+05:302011-04-28T15:05:14.387+05:30Jai ho aise baaba ji ki ... Deepak baaba ji ... ma...Jai ho aise baaba ji ki ... Deepak baaba ji ... majedaar baaba prasang hai aapka ... aur bhaavnaa to saath hai hi ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-76585696870188630732011-04-28T08:58:01.124+05:302011-04-28T08:58:01.124+05:30आओ की बक बक बहुत अच्छी है जरा सी सी तीखी हैआओ की बक बक बहुत अच्छी है जरा सी सी तीखी हैCoralhttps://www.blogger.com/profile/18360367288330292186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-35384351471810724082011-04-28T06:04:07.486+05:302011-04-28T06:04:07.486+05:30आपकी बक बक में नायाब बातें हैं, मजेदार !!
भावुकता...आपकी बक बक में नायाब बातें हैं, मजेदार !!<br /><br />भावुकता सुरसती है, चली गयी, अब रेत बची है, श्यामा-गौरा की तरह जमुना गंगा मिलती हैं, संगम है, जीवन चलता है! <br /><br />बाकस में हाजिर हूँ, मार्गदर्शन नहीं उत्साह बढ़ावन खातिर !! :)Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-23752800697496690192011-04-27T21:47:45.898+05:302011-04-27T21:47:45.898+05:30अच्छा लिखा ....भावनायें तो सरस्वती ही बन गयी हैं भ...अच्छा लिखा ....भावनायें तो सरस्वती ही बन गयी हैं भाषा नहीं नदी ......निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-86467086566286854062011-04-27T18:38:20.636+05:302011-04-27T18:38:20.636+05:30दीपक भाई, आप भी एक आध जादू वादू सीख लो, आपका ब्लॉ...दीपक भाई, आप भी एक आध जादू वादू सीख लो, आपका ब्लॉग ही नहीं लाइफ भी चल निकलेगी।<br /><br />---------<br /><b><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">देखिए ब्लॉग समीक्षा की बारहवीं कड़ी।</a></b><br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">अंधविश्वासी आज भी रत्नों की अंगूठी पहनते हैं।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-55624914244955671492011-04-27T16:02:27.634+05:302011-04-27T16:02:27.634+05:30बहुत सुन्दर, बहुत तीक्ष्ण
विवेक जैन vivj2000.bl...बहुत सुन्दर, बहुत तीक्ष्ण<br /><br /><br /><a href="http://vivj2000.blogspot.com/" rel="nofollow"><b> विवेक जैन </b><i>vivj2000.blogspot.com</i></a>Vivek Jainhttps://www.blogger.com/profile/06451362299284545765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-75901720082653077542011-04-27T10:26:41.587+05:302011-04-27T10:26:41.587+05:30वाह, आपने तो बहुत सुन्दर लिखा..बधाई.
____________...वाह, आपने तो बहुत सुन्दर लिखा..बधाई. <br />____________________________<br />'पाखी की दुनिया' में भी आपका स्वागत है.Akshitaa (Pakhi)https://www.blogger.com/profile/06040970399010747427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-77769932115497950022011-04-27T08:57:05.841+05:302011-04-27T08:57:05.841+05:30आपके ब्लॉग पर पहली दफा आये,मस्त हो गए भावना और दुर...आपके ब्लॉग पर पहली दफा आये,मस्त हो गए भावना और दुर्भावना का मेल देख कर.दोबारा आना पड़ेगा फिर मस्ती के लिए.<br />आप मेरे ब्लॉग पर आयें.हार्दिक स्वागत है.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-83668082022300732312011-04-26T23:24:26.221+05:302011-04-26T23:24:26.221+05:30बाबा और बॉबी, भावना और दुर्भावना, मदिरा और सोमरस अ...बाबा और बॉबी, भावना और दुर्भावना, मदिरा और सोमरस अद्भुत संगम प्रस्तुत किया है... इस त्रिवेणी आंसू की सरस्वती लुप्त ही है.. बहुत अच्छे!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-86713732403311879142011-04-26T16:36:32.482+05:302011-04-26T16:36:32.482+05:30baba bade dayalu hai..........
jai baba banaras.....baba bade dayalu hai..........<br /><br />jai baba banaras.................Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-20340834276438228092011-04-26T16:09:05.972+05:302011-04-26T16:09:05.972+05:30एक गंभीर विषय पर तीक्ष्ण प्रहार वह भी सहजता से... ...एक गंभीर विषय पर तीक्ष्ण प्रहार वह भी सहजता से... अंग्रेजी व्यंग्यकार जोनादन स्वीफ्ट की रचनाये के माफिक हैं आपकी रचना.... बहुत बढ़िया.. बहुत ससक्त ...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-3592927735926053992011-04-26T15:26:58.197+05:302011-04-26T15:26:58.197+05:30भावना और दुर्भावना का अद्भुत मिश्रण प्रस्तुत किया ...भावना और दुर्भावना का अद्भुत मिश्रण प्रस्तुत किया है आपने..आपकी विलक्षण सोच और लेखन शैली को नमन...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-76216692192194062042011-04-26T12:07:38.241+05:302011-04-26T12:07:38.241+05:30... अरे अरे आशु सरेबाजार ये क्या कह दिया.... नाहक ...... अरे अरे आशु सरेबाजार ये क्या कह दिया.... नाहक ही बाबा लोगों का मजाक मत उड़ाया करो तुम जानते ही हो कि बाबा लोगों के हाथ कानून से लम्बे होते है..... बकिया आश्रम आओ, पता चल जाएगा ...... या कोई और......... <br /><br />सक्सेना जी, सर ये मसान साधने कि दीक्षा कहाँ से ले ली, ? यानि आप भी किसी पहुंचे हुए संत फ़कीर के पास पहुँच गए..... विशिष्ट सामग्री आश्रम में उपलब्ध है, यजमान ही नहीं आये. <br /><br />वाह जी, भाटिया साहेब, एक दम पैसा कैसे ख़त्म हो जायेगा..... गंगा जी बहती रहेंगी....<br /><br />अजित गुप्ता जी, ..... भगवान् के कहे अनुसार ही बाबा बने है, भगतों के कहने पर भगवान् बनने में कोई गुरेज़ नहीं होनी चाहिए......दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-76968186317838993392011-04-26T09:55:13.400+05:302011-04-26T09:55:13.400+05:30बाबा जी प्रणाम
आप भी खामख्वाह बहुत कुछ कह देते ह...बाबा जी प्रणाम <br /><br />आप भी खामख्वाह बहुत कुछ कह देते है <br /> <br />राम रामDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-71704477649171866302011-04-26T09:11:29.577+05:302011-04-26T09:11:29.577+05:30आजकल तो बाबाओं का ही जमाना है, भगवान बन जाते हैं। ...आजकल तो बाबाओं का ही जमाना है, भगवान बन जाते हैं। आप भी बाबा हैं, कब भगवान की केटेगरी में आ रहे हैं?अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-44727794125946838102011-04-26T08:44:08.641+05:302011-04-26T08:44:08.641+05:30bahut badiya dipakji,bahut badiya dipakji,संजय कुमार चौरसियाhttps://www.blogger.com/profile/06844178233743353853noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-30581569079452580772011-04-25T21:09:54.768+05:302011-04-25T21:09:54.768+05:30वो बाबा मर खप गया, वो हीरो अभी हिरनो को छोड कर अब ...वो बाबा मर खप गया, वो हीरो अभी हिरनो को छोड कर अब इंसानो का शिकार करता हे सोमरस पी कर, भावना भाग गई अपने बाप के घर क्योकि उस की बहन दुर्भावना ने अपने मटके दिखा कर उस भावूक इंसान को नेताओ से मिला कर मुफ़त की सोमरस की जरुरत पुरी करवा कर अपना काम निकलवा लिया... कहानी खत्म पैसा हजम, राम रामराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-83796410974039659352011-04-25T19:53:19.469+05:302011-04-25T19:53:19.469+05:30मुझे पहले क्यों नहीं बताया बाबा ! तुम्हारी भावना क...मुझे पहले क्यों नहीं बताया बाबा ! तुम्हारी भावना को ढूँढने के लिए कुछ कार्य करना होगा ...शमशान जगाना होगा उसके लिए विशिष्ट सामग्री चाहिए ...जब जुगाड़ हो जाए तब बता देना ! शर्तिया सही हो जाओगे ! शुभकामनायें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-27375368735225262022011-04-25T19:49:00.337+05:302011-04-25T19:49:00.337+05:30भावना की खोज कर दें इसका शीर्षक..इतने के बाद भी ...भावना की खोज कर दें इसका शीर्षक..इतने के बाद भी भावना नहीं मिली तो मन लिया आज के परिवेश में वो सरस्वती नदी हो गयी है..<br />शायद किताबों में ही अब प्रमाण मिले <br />बक बक जारी रहे..<br />वो माडल वाले बाबा दीपक बाबा तो नहीं थे..और कलेंडर की लड़की पूनम मिश्र..<br />बाबा भक्त के प्रश्न का उत्तर दें??आशुतोष की कलमhttps://www.blogger.com/profile/05182428076588668769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-51106018544724954932011-04-25T19:30:37.931+05:302011-04-25T19:30:37.931+05:30नियमित हिस्सा पहुँचाने के कारण अब वह निश्चिंत था।नियमित हिस्सा पहुँचाने के कारण अब वह निश्चिंत था।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com