tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post5678074280109631158..comments2023-10-29T15:33:03.034+05:30Comments on दीपक बाबा की बक बक: मजदूर, चाँद और रोटियांदीपक बाबाhttp://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-35787683104267494742012-08-13T13:46:53.311+05:302012-08-13T13:46:53.311+05:30ये गीत को जब भी सुनता हूँ, कहीं गहरे में डूब जाता ...ये गीत को जब भी सुनता हूँ, कहीं गहरे में डूब जाता हूँ.PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-67491957809133760862012-08-04T07:48:09.327+05:302012-08-04T07:48:09.327+05:30@ रोटी और चाँद का खूब खेल चलेगा. देखिएगा.
- रोटी औ...@ रोटी और चाँद का खूब खेल चलेगा. देखिएगा.<br />- रोटी और चाँद, दोनों ही हत्यारों की क़ैद में हैं, भूखों के हाथ से भूखों के पेट पर लातें पड़ रही हैं - हिंसा और हवस का दैत्य अपने को ईश्वर समझने लगा है ... अब तो नीन्द झटकनी ही पड़ेगीSmart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-41938668634460533822012-07-27T22:41:09.568+05:302012-07-27T22:41:09.568+05:30Bharat ko barood pe dher pe baitha diya Gaya hai ....Bharat ko barood pe dher pe baitha diya Gaya hai ... Bas dekho chingari kab lagti hai ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-76340311541080807422012-07-27T22:40:50.716+05:302012-07-27T22:40:50.716+05:30Bharat ko barood pe dher pe baitha diya Gaya hai ....Bharat ko barood pe dher pe baitha diya Gaya hai ... Bas dekho chingari kab lagti hai ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-17406460391222236612012-07-27T16:37:48.513+05:302012-07-27T16:37:48.513+05:30एक बगल में चाँद होगा एक बगल में रोटियां... पीयूष म...एक बगल में चाँद होगा एक बगल में रोटियां... पीयूष मिश्र जी के इस गीत में कितनी गहनतम सच्चाई है ये आपके इन चिंताओं से सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है. पूरी दुनिया जिस बदहाली और संवेदनशीलता के दौर से गुजर रही है क्या होगा नहीं मालूम.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-86957054159281845052012-07-27T10:10:43.603+05:302012-07-27T10:10:43.603+05:30चिंता जायज है... पर सब कुछ चलता रहता है... जितनी च...चिंता जायज है... पर सब कुछ चलता रहता है... जितनी चिंता में हम आज हैं उतनी ही चिंता में लोग पचास, सौ या हजार साल पहले रहे होंगे कि आगे क्या होगा...Satish Chandra Satyarthihttps://www.blogger.com/profile/09469779125852740541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-80362496268677571202012-07-27T08:39:36.378+05:302012-07-27T08:39:36.378+05:30:):)देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-11434911878953123732012-07-27T07:30:46.984+05:302012-07-27T07:30:46.984+05:30आने वाला समय कठिन है!आने वाला समय कठिन है!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-57153033983719369982012-07-24T02:12:51.755+05:302012-07-24T02:12:51.755+05:30भविष्य का आउटलुक कुछ अच्छा नहीं दिख रहा इस हिसाब स...भविष्य का आउटलुक कुछ अच्छा नहीं दिख रहा इस हिसाब से :(Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-76704053276795432322012-07-23T13:13:39.872+05:302012-07-23T13:13:39.872+05:30मन्दी बढ़ेगी तो मानेसर छाप घटनायें भी बढ़ेंगी। पर ...मन्दी बढ़ेगी तो मानेसर छाप घटनायें भी बढ़ेंगी। पर इस बात से मानेसर घटना की जघन्यता काम नहीं हो जाती।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-90697920017570797412012-07-23T10:26:52.103+05:302012-07-23T10:26:52.103+05:30आज बचपन को चाँद तो नसीब ही नहीं, कितने ही कालोनियो...आज बचपन को चाँद तो नसीब ही नहीं, कितने ही कालोनियों में चाँद के दर्शन दुर्लभ हो गए है, और भूख लगने पर पिज्जा या फिर मेगी की फरमाइश करता है... कहाँ का चाँद और कहाँ की रोटी. <br /><br />jai baba banaras.....Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-76265534744829755342012-07-23T08:49:57.363+05:302012-07-23T08:49:57.363+05:30बहुत खूब !!
बक बक चाँद या
रोटी की नहीं होती
बक ब...बहुत खूब !!<br /><br />बक बक चाँद या <br />रोटी की नहीं होती<br />बक बक तब होती है <br />जब रोटी भी<br />चाँद हो जाती है <br />आसमान में दिखती तो है <br />पर हाथ में नहीं <br />कभी आ पाती है !!सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-67939012576369878982012-07-22T19:10:27.461+05:302012-07-22T19:10:27.461+05:30ओह, आपने बहुत ही गंभीर विषय को सहजता से कह दिया, ब...ओह, आपने बहुत ही गंभीर विषय को सहजता से कह दिया, बहुत बुरा दिन आने वाला है पता नहीं क्या होगा, सबको जल्दी है।Arun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-42722038415430000522012-07-22T18:59:11.587+05:302012-07-22T18:59:11.587+05:30@होनी और अनहोनी की परवाह किसे है मेरी जां
हद से ज्...@होनी और अनहोनी की परवाह किसे है मेरी जां<br />हद से ज्यादा ये ही होगा कि यहीं मर जाएंगे |<br /><br />जी इक बगल में चाँद होगा, इक बगल में रोटियां ....<br />इसी गीत के बोल हैं ये. गेंगस ऑफ वासेपुर.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-22120290067888094492012-07-22T18:51:31.018+05:302012-07-22T18:51:31.018+05:30बक बक में भी बहुत ही अच्छी बातें कह गए हैं आप |
ह...बक बक में भी बहुत ही अच्छी बातें कह गए हैं आप |<br /><br />होनी और अनहोनी की परवाह किसे है मेरी जां<br /><br />हद से ज्यादा ये ही होगा कि यहीं मर जाएंगे |Suresh kumarhttps://www.blogger.com/profile/05489753526784353258noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-56658424961866086452012-07-22T17:53:39.449+05:302012-07-22T17:53:39.449+05:30एक तरफ पर चाँद होगा, एक तरफ पर रोटियाँ..एक तरफ पर चाँद होगा, एक तरफ पर रोटियाँ..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-16543372718424180062012-07-22T17:27:16.182+05:302012-07-22T17:27:16.182+05:30रोटी और चाँद का खेल खूब चलेगा..
फ़िर
रोटी और चाँद क...रोटी और चाँद का खेल खूब चलेगा..<br />फ़िर<br />रोटी और चाँद की लड़ाई में मजदूर पीसेगा....Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-47227782670763760972012-07-22T16:23:19.730+05:302012-07-22T16:23:19.730+05:30रोटी और चाँद का खेल खूब चलेगा।
..सहमत।रोटी और चाँद का खेल खूब चलेगा। <br />..सहमत।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.com