tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post8879871989582624289..comments2023-10-29T15:33:03.034+05:30Comments on दीपक बाबा की बक बक: बड़े भाई साहेबदीपक बाबाhttp://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comBlogger27125tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-50998882925969687332011-09-20T14:44:04.171+05:302011-09-20T14:44:04.171+05:30एक 'घरेलू समस्या' की बड़ी सधी रिपोर्ट ..ब्...एक 'घरेलू समस्या' की बड़ी सधी रिपोर्ट ..ब्लॉग पर आनी ही थी किसी के द्वारा -आपने धन्य किया !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-82960120208377537122011-09-20T12:25:25.134+05:302011-09-20T12:25:25.134+05:30प्रणाम प्रणाम प्रणाम प्रणामप्रणाम प्रणाम प्रणाम प्रणामसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-44420426977711420812011-09-18T22:06:41.954+05:302011-09-18T22:06:41.954+05:30बड़े भैया तो बड़े ही बोह निकले :)बड़े भैया तो बड़े ही बोह निकले :)Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-83537743645804707542011-09-18T18:12:29.057+05:302011-09-18T18:12:29.057+05:30चाहत है मेरे मन में भी ,हास लिखू श्रृंगार लिखू
गीत...चाहत है मेरे मन में भी ,हास लिखू श्रृंगार लिखू<br />गीत लिखू मै सदा गुलाबी,कभी नहीं मै खार लिखू<br />पर जब दुश्मन ललकारे तो कैसे ना ललकार लिखू?<br />अपने देश के गद्दारों को कैसे ना गद्दार लिखू<br />हमें बाटकर खोद रहे जो जाति धरम की खाई हैं<br />खुलेआम मै कहता हूँ वो नेता नहीं कसाई हैं<br />जो आपस में हमको बाटें उनका शीश उतारेंगे<br />ऐसे नेताओं को हम चुन-चुन कर गोली मारेंगे<br />मत भारती के दामन पर दाग नहीं लगने देंगे<br />अपने घर में हम मज़हब की आग नहीं लगने देंगे<br />हमने तो गुरूद्वारे में भी जाकर शीश झुकाया है<br />बाईबल और कुरान को भी गीता का मान दिलाया है<br />हम ख्वाजा जी की मजार पर चादर सदा चढाते हैं<br />मुस्लिम पिट्ठू वैष्णो देवी के दर्शन करवाते हैं<br />किन्तु यहाँ एक दृश्य देखकर मेरी छाती फटती है<br />पाक जीतता है क्रिकेट में यहाँ मिठाई बटती है<br />उन लोगों से यही निवेदन,वो ये हरकत छोड़ दें<br />वरना आज और इसी वक़्त वो मेरा भारत छोड़Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05965600283693725127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-73383909193247596242011-09-18T12:49:24.493+05:302011-09-18T12:49:24.493+05:30बोतल बढ़िया रही पर दारू हमारे काम की नय निकली !हम ...बोतल बढ़िया रही पर दारू हमारे काम की नय निकली !हम तो खाली सलाद से ही काम चला लेंगे !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-3954147647610824732011-09-16T16:05:40.417+05:302011-09-16T16:05:40.417+05:30बड़े भैया तो एकदम ही बड़े निकले ......बड़े भैया तो एकदम ही बड़े निकले ......रेखाhttps://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-79656640548739435312011-09-16T11:42:33.115+05:302011-09-16T11:42:33.115+05:30बड़े भाइ को प्रणाम :)बड़े भाइ को प्रणाम :)ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-71653603849654117432011-09-16T11:13:08.586+05:302011-09-16T11:13:08.586+05:30सभी बड़े भाइयों को प्रणाम :)सभी बड़े भाइयों को प्रणाम :)दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-78035744924602934382011-09-16T08:02:43.017+05:302011-09-16T08:02:43.017+05:30शुक्रवार-http://charchamanch.blogspot.com/शुक्रवार-http://charchamanch.blogspot.com/रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-83477049383803098222011-09-15T22:10:10.781+05:302011-09-15T22:10:10.781+05:30मेरे कोई बड़े भाई नहीं है , और पैग वाले भी नह...मेरे कोई बड़े भाई नहीं है , और पैग वाले भी नहीं ! चलिए यह बक - बक ही सही ! बधाई अनायास ही खलल ड़ाल दी !G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-64767043679031854832011-09-15T20:18:58.354+05:302011-09-15T20:18:58.354+05:30इत्ते बढ़िया तो बड़े भैया हैं।
वैसे बड़े भैया अच्छ...इत्ते बढ़िया तो बड़े भैया हैं।<br />वैसे बड़े भैया अच्छे ही होते हैं,जैसे हम :)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-61971560678541349012011-09-15T19:37:56.186+05:302011-09-15T19:37:56.186+05:30वाह वाह बड्डे भैय्या तो ....वाह वाह बड्डे भैय्या तो ....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-77840865506808168492011-09-15T16:20:41.307+05:302011-09-15T16:20:41.307+05:30मजे आ गए पढ़ के ... बड़े भईया तो कमाल निकले ..मजे आ गए पढ़ के ... बड़े भईया तो कमाल निकले ..दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-67666868195013038062011-09-15T15:22:08.008+05:302011-09-15T15:22:08.008+05:30bahut sahi khakha kheecha ......
jai baba banara...bahut sahi khakha kheecha ......<br /><br /><br />jai baba banaras..........Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-3493451583100596782011-09-15T13:36:08.590+05:302011-09-15T13:36:08.590+05:30भगवान ने एक प्राणी बनाया, उसे समझदारी से चिढ़ ही थ...भगवान ने एक प्राणी बनाया, उसे समझदारी से चिढ़ ही थी तो उसने फिर शराब बना डाली। अब सब पागल होने पर आमदा। वाह क्या प्राणी है?अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-13023865984874758402011-09-15T13:23:41.294+05:302011-09-15T13:23:41.294+05:30मुंशी प्रेम चंद की कहानी के साथ जोड़ा गया संस्मरण ...मुंशी प्रेम चंद की कहानी के साथ जोड़ा गया संस्मरण ... भाई तो मजे लेते हैं बस भाभियों और बीवी को करना पड़ता है इंतज़ार ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-41702130504983447172011-09-15T11:56:41.551+05:302011-09-15T11:56:41.551+05:30बहुत रोचक संस्मरण. बड़े भाई होने के नाते समझता हूँ...बहुत रोचक संस्मरण. बड़े भाई होने के नाते समझता हूँ कि कब जल्दी खा के सो जाना होता है... कब ऊपर नहीं जाना होता.. कब नीचे नहीं आना होता है... कब कमरे में कैद रहना होता है. संयुक्त परिवार का रस है यह. शायद संस्मरणों में रह जाये.... बहुत सुन्दर...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-78266241565340371022011-09-15T10:41:07.606+05:302011-09-15T10:41:07.606+05:30देखी रचना ताज़ी ताज़ी --
भूल गया मैं कविताबाजी |
चर्...देखी रचना ताज़ी ताज़ी --<br />भूल गया मैं कविताबाजी |<br />चर्चा मंच बढाए हिम्मत-- -<br />और जिता दे हारी बाजी |<br />लेखक-कवि पाठक आलोचक <br />आ जाओ अब राजी-राजी-<br />क्षमा करें टिपियायें आकर <br />छोड़-छाड़ अपनी नाराजी ||<br />http://charchamanch.blogspot.com/रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-40160504159320058972011-09-15T06:38:29.631+05:302011-09-15T06:38:29.631+05:30भाई साहब ऐसे ही बड़े थोड़ी न हो गये, बड़प्पन की ला...भाई साहब ऐसे ही बड़े थोड़ी न हो गये, बड़प्पन की लाइलाज़ बीमारी है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-41733029857678059402011-09-15T06:38:07.477+05:302011-09-15T06:38:07.477+05:30बड़े रुचिकर ढंग से प्रस्तुत किया आपने यह संस्मरण।बड़े रुचिकर ढंग से प्रस्तुत किया आपने यह संस्मरण।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-82673395897360872482011-09-15T06:05:29.919+05:302011-09-15T06:05:29.919+05:30हा हा१! बहुत सन्नाट...हा हा१! बहुत सन्नाट...Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-61802706151206176762011-09-15T00:14:20.091+05:302011-09-15T00:14:20.091+05:30क्या बात है बड़े भईया !! मज़ा आ गया पढ़कर !! अईसन ...क्या बात है बड़े भईया !! मज़ा आ गया पढ़कर !! अईसन लाज़ में छुप-छिपाकर पीने का भी अपना मज़ा है || हम तो बड़े भईयन की शादी में लाज़-शरम खोल दिए थे भई, खोल क्या दिए थे खोलना पड़ गया जब रंगे हाथों पकडे गए, बहादुरी से सच्चाई भी कबूल ली अउर निधडक भविष्य में पीने का ऐलान कर अपने लिए रास्ता भी साफ़ कर लिए |<br />आज ये कहानी पढ़कर उ छतवा का जमाना याद आई गवा |<br />उ भी का ज़माना था ;-)योगेन्द्र सिंह शेखावतhttps://www.blogger.com/profile/02322475767154532539noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-28712879008394414582011-09-15T00:03:07.712+05:302011-09-15T00:03:07.712+05:30लगा गरमी की एक शाम छत पर बैठ कर जमी उस मजलिस का हि...लगा गरमी की एक शाम छत पर बैठ कर जमी उस मजलिस का हिस्सा हूं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-9216733349070047602011-09-15T00:00:06.011+05:302011-09-15T00:00:06.011+05:30सही :-)सही :-)Pankaj Upadhyay (पंकज उपाध्याय)https://www.blogger.com/profile/01559824889850765136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-156278350978845412011-09-14T21:51:37.565+05:302011-09-14T21:51:37.565+05:30वह बाबा जी, ये भैया जी तो कमाल के निकले.... सुंदर ...वह बाबा जी, ये भैया जी तो कमाल के निकले.... सुंदर प्रस्तुति.<br /><a href="http://purvaeeya.blogspot.com/2011/09/blog-post_12.html" rel="nofollow">पुरवईया : आपन देश के बयार</a>उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.com