tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post3640126142452348668..comments2023-10-29T15:33:03.034+05:30Comments on दीपक बाबा की बक बक: मैंने भी खैनी खाना शुरू किया.दीपक बाबाhttp://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-57554891310923089162020-02-21T08:23:12.625+05:302020-02-21T08:23:12.625+05:30Nice post.
Sugar & CocoNice post.<br /><a href="https://sugarandcoco.blogspot.com/" rel="nofollow">Sugar & Coco</a>Adminhttps://www.blogger.com/profile/08269838168508981231noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-50336007136794192912012-10-09T01:28:36.621+05:302012-10-09T01:28:36.621+05:30अगर आपको कुछ पता नहीं होता तो ज्ञान देते छोड़ने क...अगर आपको कुछ पता नहीं होता तो ज्ञान देते छोड़ने का :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-50263348343465571042012-10-07T11:44:21.304+05:302012-10-07T11:44:21.304+05:30गुटका खाने से अच्छा है खैनी खाना। खैनी खाने से अच्...गुटका खाने से अच्छा है खैनी खाना। खैनी खाने से अच्छा है पान खाना। सबसे अच्छा है कुछ भी न खाना। अपन को भी पान खाने की बुरी आदत है। तीन दाँत उखड़वा चुका लेकिन तभी तक पान से दूर रहा जब तक दाँत में दर्द रहा। दर्द ठीक, पान चालू।<br /><br />छोटे उद्योगों को तो सरकार नष्ट करने पर तुली ही हुई है। गुटका पर पर प्रतिबंध तो दिखावा है। आपने बड़ी साफगोई से लिखा है। अच्छा लगा। <br /><br /> <br /><br />देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-41981916962324767092012-10-06T15:52:16.318+05:302012-10-06T15:52:16.318+05:30जय हो !
खैनी का बहाना लगाकर अपनी आदत के मुताबिक आप...जय हो !<br />खैनी का बहाना लगाकर अपनी आदत के मुताबिक आपने इस पूरे सिस्टम पर कटाक्ष किया है, ५००० की नौकरी की तो ठीक और अपना धंधा किया तो २५० रुपये महीना कमरा किराया ना दे सका... यूँ कहिये की अब ज़माना MNCs का है, चाहे retail FDI का बहाना हो या फिर बाहर की कंपनियों को अपने यहाँ कारोबार करने की छूट दी जाये, आखिर वही होना है, भारत का नौजवान करेगा नौकरी और कमाने वाले कमाते रहेंगे !<br />Manoj Khttps://www.blogger.com/profile/06707542140412834778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-43129504555643450662012-10-06T00:23:17.765+05:302012-10-06T00:23:17.765+05:30जबरदस्त लिखा है उस्तादजी, सॉरी बाबाजी:)
जबरदस्त लिखा है उस्तादजी, सॉरी बाबाजी:)<br />संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-85485930063055605652012-10-05T21:48:10.739+05:302012-10-05T21:48:10.739+05:30 जितनी जल्दी छोड़ दे उतना ही अच्छा , सेहत और जेब दो... जितनी जल्दी छोड़ दे उतना ही अच्छा , सेहत और जेब दोनों के लिए अच्छा है , कुछ लोग टॉफी , चिविन्गम आदि को उसके विकल्प के रूप में आजमाते है अब तो इसे छुड़ाने के लिए बाजार में काफी कुछ उपलब्ध है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-60443262733890466372012-10-05T17:46:27.563+05:302012-10-05T17:46:27.563+05:30धन हरे रोगी करे, करे दृढ़ता नाश।
काहे आमंत्रण दिया,...धन हरे रोगी करे, करे दृढ़ता नाश।<br />काहे आमंत्रण दिया, शत्रु बाहु पाश॥सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-61300587268058312192012-10-05T16:21:07.406+05:302012-10-05T16:21:07.406+05:30हाहहाहाहा, बहुत बढिया
भाई अंतर सोहिल जी की बात को ...हाहहाहाहा, बहुत बढिया<br />भाई अंतर सोहिल जी की बात को गंभीरता से लेने की जरूरत है।<br /><br /><br /><br /><br />मेरे नए ब्लाग TV स्टेशन पर देखिए नया लेख<br />http://tvstationlive.blogspot.in/2012/10/blog-post.htmlमहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-62708498686862354952012-10-05T16:20:25.379+05:302012-10-05T16:20:25.379+05:30बाकि आपकी टीप सदा उत्साहवर्धक रहती है... आभार.बाकि आपकी टीप सदा उत्साहवर्धक रहती है... आभार.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-43354710118812260172012-10-05T16:19:46.839+05:302012-10-05T16:19:46.839+05:30अरुण जी, आज हालात ऐसे बन गए हैं कि छोटे-छोटे उद्यम...अरुण जी, आज हालात ऐसे बन गए हैं कि छोटे-छोटे उद्यमी आज इन्स्पेक्टरराज के दल दल में फंस कर भाग रहे हैं, यहाँ नारायणा आद्योगिक क्षेत्र में ही कई छोटे छोटे कारीगर जो अपने हुनर से अपना तो पेट् पाल ही रहे थे बल्कि ५-७ लोगों को और भी रोज़गार दे रहे थे, और ८-१० साल बाद उन्ही ५-७ में से कोई एक अपना 'ठिया' खोल लेता था - फिर वो भी ३-४ लड़कों को अपने यहाँ रख लेता था.... <br /><br />आज नियति यह है कि किसी भी छोटे मोटे व्यवसाई का बेटा अपने पिताजी के धंधे में नहीं आना चाहता वो नौकरी को मजबूर है.<br /><br />आने वाले दस साल में हम बहुत बड़े पैमाने पर बी-टेक जैसे डिग्री धारी सफ़ेद कमीज़ वाले बेरोजगार लड़कों की फौज देखेंगे.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-79331745634133747562012-10-05T14:55:52.668+05:302012-10-05T14:55:52.668+05:30बिहार के समस्तीपुर जिले में सरैसा खैनी पैदा किया ज...बिहार के समस्तीपुर जिले में सरैसा खैनी पैदा किया जाता है जो चूने के साथ प्रयोग किया जाता है... मुझे नहीं लगता वो प्राकृतिक खैनी इतना नुकसानदेह रहा होगा..नुक्सान तो केमिकल से होता है.... आपका वर्णन अच्छा लगा...निरंजन के बहाने आपने देश में छोटे उद्यम के मौत की कहानी कह दी है...वह नौकरी तो कर सकता है लेकिन व्यापार नहीं...यह अर्थव्यवस्था के पंगु होने की निशानी है... दिल को छू जाती है आपकी लेखनी...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-39048561293473477972012-10-05T12:03:17.208+05:302012-10-05T12:03:17.208+05:30हम हैं राही एक पथ के.... :)हम हैं राही एक पथ के.... :)दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-23060779578550988252012-10-05T10:58:41.908+05:302012-10-05T10:58:41.908+05:30राजदरबार की 25-30 पाऊच रोजाना की आदत से सुबह-सुबह ...राजदरबार की 25-30 पाऊच रोजाना की आदत से सुबह-सुबह मुंह से ब्लीडिंग होने लगी तो 4-5 महंगे महंगे टैस्ट करवाये और गुटखा छोडकर कुबेर की आदत पाल ली थी। रजनीगंधा मुंह छील देने के कारण शुरु से ही नहीं जमा। कुबेर से जेब के साथ ये फायदा भी है कि किसी को पता ही नहीं चलता है।<br />अब 5 वर्षीय बेटे के टोकने पर छोडने की कोशिश की तो 5 दिन में ही हवा टाईट हो गयी यानि आलस ने बुरी तरह घेर लिया। कम कर दी है पर पूरी तरह छोडने में नाकामयाबी है।<br />इसमें तेजाब भी होता है जो मसूढे गला देता है, भूख कम कर देता है, गैस बनने लगती है और दांत काले कर देता है। <br />प्रणाम<br />अन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-75641820076030244692012-10-05T10:25:54.321+05:302012-10-05T10:25:54.321+05:30ham to tere aashiq hai sadi purane ....
yahi diwa...ham to tere aashiq hai sadi purane ....<br /><br />yahi diwanagi logo ki khaini ke saath hai..aur uska vigapan chani khani..chain se maja le...<br /><br />jai baba banaras...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-60363131587580339522012-10-05T07:52:19.020+05:302012-10-05T07:52:19.020+05:30खैनी के दीवानों से इसके लाभ सुनने को मिलते हैं।खैनी के दीवानों से इसके लाभ सुनने को मिलते हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-60077095205483163102012-10-05T01:48:15.241+05:302012-10-05T01:48:15.241+05:30ये खैनी घनघोर कैमिकल का घर है। मुझे कभी नहीं सुहाई...ये खैनी घनघोर कैमिकल का घर है। मुझे कभी नहीं सुहाई... Astrologer Sidharthhttps://www.blogger.com/profile/04635473785714312107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-19828460138459449042012-10-04T23:12:02.742+05:302012-10-04T23:12:02.742+05:30आज से तो यू.पी. में भी गुटके पर बैन लग गया बाबा......आज से तो यू.पी. में भी गुटके पर बैन लग गया बाबा.............ये आदत छुट जाय तो ही अच्छी. उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-86458205478338605232012-10-04T22:44:57.829+05:302012-10-04T22:44:57.829+05:30यह कुबेर है ...??
शुभकामनायें बाबा !यह कुबेर है ...??<br />शुभकामनायें बाबा !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-52762772326789762922012-10-04T22:13:35.999+05:302012-10-04T22:13:35.999+05:30बकबक बाबा की गजब की बकबक ....:)बकबक बाबा की गजब की बकबक ....:)कमल कुमार सिंह (नारद )https://www.blogger.com/profile/16086466001361632845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-42296093566451374892012-10-04T21:19:16.769+05:302012-10-04T21:19:16.769+05:30...कई बार यह खैनी बड़े काम करा देती है ।
मैं इससे ......कई बार यह खैनी बड़े काम करा देती है ।<br />मैं इससे बचा हुआ हूँ ।संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-41132984584642118132012-10-04T20:38:14.695+05:302012-10-04T20:38:14.695+05:30अपनी आदतों के बारे में कहना और उनके बारे में सचेत ...अपनी आदतों के बारे में कहना और उनके बारे में सचेत होना एक दुरूह कार्य होता है. अपनी बात को इतनी डिटेल में कहना कोई आपसे सीखे. ग़रीबों की बाँह पकड़ने की आदतों पर आपकी टिप्पणी दिल को छू गई. तोड़ निभाणी तो सभी को नहीं आती न :))<br />Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-24020374873042513042012-10-04T20:28:23.892+05:302012-10-04T20:28:23.892+05:30मेहनतकश लोग कुछ देर सुस्ताने के लिए बीड़ी तम्बाकू ख...मेहनतकश लोग कुछ देर सुस्ताने के लिए बीड़ी तम्बाकू खैने इत्यादि का प्रयोग करते हैं। इसमे अब गुटखे का भी शुमार हो गया। जो निहायत ही हानिकारक है। लेकिन खैनी की मौज के तो क्या कहने। जो खाए वही जाने :))ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.com