tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post7359190133669839671..comments2023-10-29T15:33:03.034+05:30Comments on दीपक बाबा की बक बक: जमाना बदल गया है – प्यारे, तू भी बदलदीपक बाबाhttp://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-27703215186713557762011-08-24T13:01:26.518+05:302011-08-24T13:01:26.518+05:30दीपक जी .....बदलाव ही इस दुनिया का असूल है .....बह...दीपक जी .....बदलाव ही इस दुनिया का असूल है .....बहुत सोच समझ के बच्चों के साथ समावेश बिठाना होगा .....आभार<br />anuAnju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-48789800910405217852010-09-29T07:40:36.429+05:302010-09-29T07:40:36.429+05:30.
दीपक जी,
जितनी तेज़ रफ़्तार से ज़माना बदल रहा है,....<br /><br />दीपक जी,<br />जितनी तेज़ रफ़्तार से ज़माना बदल रहा है, उतना ही जेनरेशन गैप भी बढ़ रहा है , परिवार में कभी-कभी एक दुसरे के साथ समय बिताने से , सही दिशा में बदलाव संभव है<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-2115349536995401212010-09-26T00:01:46.823+05:302010-09-26T00:01:46.823+05:30हम उन किताबों को काबिल-ए-ज़ब्ती समझते हैं,
जिन्हें...हम उन किताबों को काबिल-ए-ज़ब्ती समझते हैं,<br />जिन्हें पढ़कर बेटे बाप को ख़ब्ती समझते हैं...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-81350935640956440412010-09-25T15:33:45.713+05:302010-09-25T15:33:45.713+05:30baba ji kai biscpoe sai bahut hi sunder subject pa...baba ji kai biscpoe sai bahut hi sunder subject par babaji kai vichar aaj ki nai peedhi ka bare main padhe bilkul hi sahi udgar hai babaji kai jo ki hum sab aaj kal dekh rahe hai <br />lakin kuch keh nahi pa rahe hai,Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-4762074075067746422010-09-25T13:00:53.410+05:302010-09-25T13:00:53.410+05:30गजेन्द्र जी, शरद जी, महक जी, कौशिक जी, और सतीश जी ...गजेन्द्र जी, शरद जी, महक जी, कौशिक जी, और सतीश जी - मेरे उत्साह वर्धन के लिए आभार.<br /><br />और संजय जी (मौ सम कौन) - भाई मैं जहाँ रुक गया था - वहाँ से बाकि कि पोस्ट आपने लिख दिया. बढिया.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-90804604820003797552010-09-25T06:36:56.383+05:302010-09-25T06:36:56.383+05:30very nice post, keep it up
www.vkkaushik1.blogspot...very nice post, keep it up<br />www.vkkaushik1.blogspot.com<br />vkVK Kaushikhttps://www.blogger.com/profile/14254036050286357692noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-28577677424644374712010-09-24T23:49:43.828+05:302010-09-24T23:49:43.828+05:30नई पीढ़ी आधुनिक हो रही है लेकिन सिर्फ शहर मे । हाँ...नई पीढ़ी आधुनिक हो रही है लेकिन सिर्फ शहर मे । हाँ लेकिन गाँव मे भी अब टी वी है और वे भी किसी से कम नही है ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-49995416286878788462010-09-24T23:12:22.571+05:302010-09-24T23:12:22.571+05:30बदलते हुए समय के साथ संभल कर चलना सीखना होगा ! शुभ...बदलते हुए समय के साथ संभल कर चलना सीखना होगा ! शुभकामनायेंSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-77112645254211098752010-09-24T22:05:37.307+05:302010-09-24T22:05:37.307+05:30बाबाजी, सारी बातें एकदम सटीक लिखी हैं। वजह भी हम स...बाबाजी, सारी बातें एकदम सटीक लिखी हैं। वजह भी हम सबको मालूम है। दुविधाग्रस्त हैं हम, खुदा भी चाहिये और सनम भी। ये भी अफ़ार्ड नहीं कर सकते कि हमारा बच्चा किसी साधारण स्कूल में पढ़े, और संस्कार भी चाहते हैं। स्कूल की श्रेष्ठता का पैमाना बिल्डिंग, स्टाफ़ और एडमिशन में होने वाली मुश्किलात हैं न कि वहाँ सिखाये जा रहे संस्कार। वैसे तो जनरेशन गप हमेशा रहा है, लेकिन फ़ास्ट जमाना होने के कारण इस युग में ये गैप कुछ ज्यादा ही है।<br />मुझे लगती है हमारे वाली पीढ़ी (१९७० के आसपास की पैदाईश वाली), दिग्भ्रमित पीढ़ी है जो पिछले संस्कार पूरी तरह भुला नहीं पाई और संस्कार पूरी तरह आत्म्सात नहीं कर पाई। हो सकता है, मैं गलत हूं लेकिन मेरा मानना है कि दोस्ती जैसी फ़ीलिंग्स आने वाले समय में सिर्फ़ किताबों की बातें रह जायेंगी और कभी हम और आप अपने बच्चों को अपनी दोस्तियों के किस्से बतायेंगे(अगर उन्होंने सुने) तो शायद उन्हें यकीन ही न हो।<br />चलता रहेगा यह युग संघर्ष, आप चलाते रहिये ऐसी ही पोस्ट्स। कमेंट करने में भी पोस्ट लिखने जैसा मजा आता है।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7542872812258564292.post-79423186419518395312010-09-24T21:36:54.271+05:302010-09-24T21:36:54.271+05:30बहुत बढ़िया प्रस्तुति .......
कृपया इसे भी पढ़े :-
...बहुत बढ़िया प्रस्तुति .......<br /><br />कृपया इसे भी पढ़े :-<br /><a href="http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/blog-post_24.html" rel="nofollow">क्या आप के बेटे के पास भी है सच्चे दोस्त ????</a>गजेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14299561081216186994noreply@blogger.com