10 जन॰ 2008

नया saal

नया साल -
बता तुझ मैं नया किया है ....
कुछ दोस्तों को SMS किया था कि बता तुझ मैं नया किया है।
मुझे आज तक पता नहीं चला कि लोग नया साल क्यों मानते हैं। पंजाब केसरी मैं आया था ध्यान नहीं हैं। पता नहीं कितनी करोर रूपये कि दारू लोग पी गए। कनाट प्लेस मैं जाने को कितने तरस गए। पता नहीं।
kon से संस्क्र्ती में हम जी रहे हैं, श्याद किसी को नहीं पता, क्यों पता हो । सही बात है क्या जरूरत है, बुरा क्या है, एक दिन आता है जब दिल खोल के पीते हैं और एअश करते हैं, साला , तुम्हे वो भी दिक्कत है, चल्लो तुम्हारी मान ली, अब ये बताओ कि किया कर लिया।
जिसको नया साल कहेतो हो उस दिन ऑफिस में लेट आये। सारा दिन खराब कर दिया, क्या किया, चलो नया साल तो मनाया। इसी बात कि ख़ुशी है , इंटरनेशनल तो बने , नए दुनिया के साथ तो चले , तरक्की पसंद लोगों कि जमात में शामिल तो हुए, चार अफसरों कि खुशामंद की, चार लोग तो जानते हैं, तुम्हार क्यों जल रही है।
ठीक फ़रमाया. तुम्हे पता भी नहीं होगा की ०३० दिसम्बर को राम सेतु का कार्यक्रम था, लाखों लोग दिल्ली में आये थे । तुम नहीं गए न , तुम्हे क्या वो वेले थे। हाँ , वो वेले थे , बच्चो को घुमाने ले जाना था, घर की सफ़ाई करनी थी, बीबी को हेल्प करनी थी. भाई अब तो मेरे पास एक ही एक्जेंदा हैं - में, मेरे बच्चे, मेरी बीवी और मेरे ससुराल. भाई अपन की लाइफ तो चल जायेगी, तुम बताओ. राम सेतु से तुम्हारा किया मतलब है. किया मिल जाएगा, भारती जनता पार्टी रोटी घर में नहीं देगी. भाई दुनिया दरी सीखो. ये लोग घर ये तो चाय पिला कर चलता करो ओर अपना काम देख. समझे.
बरहाल, आपके ये कुतर्क गले से नीचे नहीं उतरते. आपको वापिस पाकिस्तान भेज देना चाहिऐ. साब समझ जायोगे.
देखो दोस्तों, लाइफ को क्रिटिकल मत करो, जैसे हो वैसे ही दिखो, सिर्फ अपने काम में दयां लगाओ. दूसरो को मात देखो. दिक्कत होगी.
जी राम जी की

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