2 नव॰ 2010

एक पोस्ट गंगा राम की तरफ से.......

बाबा मेरी बात सुनो......, गधा बनना मंज़ूर है ........ पर खुदा किसी को छोटा भाई न बनाये.......
रे गंगा राम के बात हो गयी.

कुछ नहीं बाबा, बस एक बात गधा बनना मंज़ूर है ........ पर खुदा किसी को छोटा भाई न बनाये.......
अरे फिर भी कुछ तो बोलेगा...

अब क्या बोलूं बाबा, घर में हम पांच भाई, मैं सबसे छोटा - गंगा राम..
ठीक है, इसमें के... एक न एक ने तो छोटा होना ही था....... तू हो गया.

नहीं बाबा, तेरा कोई बड़ा भाई है...
नहीं - गंगा राम..... न तो मेरा कोई बड़ा भाई है न ही कोई छोटा...पण तेरे जीसे छोटे-बड़े घने भाई से.....

बाबा, मैं असल की बात करूँ और तू बातां की खान लग रहा....
नहीं गंगा राम, मेरो कोई बड़ो भाई कोणी......
जी बात....

बाबा.... इब मैं अपना दर्द सुनाऊं .......
सुना भाई छोरे....

    पहला बोला, रे गंगाराम, भैंसों ने सानी कर दे हमने सूट और बूट पहन रखे हैं....
ठीक है भैया.....
     दूसरा बोला, रे गंगाराम, जा जीजी ने घर छोड़ आ, और हाँ जे सूट और बूट पहर जईओ - इज्जत का सवाल है .... हमने काम ज्यादा है....
ठीक है भैया.....
    तीसरा बोला, रे गंगाराम, जा खेता में चला जा, पानी लगा दिए.... आज बिजली रात की है.
ठीक है भैया.....
    चोथा बोला, रे गंगा राम, अब ये सूट और बूट तू पहन ले, मेरे पे छोटे हो गए. 
ठीक hai
     और हाँ, रात चला जाईये, प्रधान जी ने दारू पी राखी होगी....  उने राम राम कर दिए - जरूर,  बापू ने मने कही थे.... पर मेरे कपडे ठीक कोणी - तने सूट और बूट पहर  रखे हैं

भाई जे है छोटे भाई की दास्ताँ, अगर खुद सूट और बूट पहने तो कोई काम न करे ..... और हमने पहर लिए तो प्रधान जी तैयार........



11 टिप्‍पणियां:

  1. वाह दीपक जी क्या खूब सुनाई इस गंगा राम की कहानी....

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  2. भाई आज मैगीयॉटिक पोस्ट (सतीश पंचम - सफ़ेदघर वाली) लगाईं है ....... दो मिनट........

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  3. हम त ई पीढ़ी में सबसे बड़े हैं.. माने हमरे पीछे त गंगाराम की फौज.. भाई साहेब,आप त हमरा आँख खोल दिए!!

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  4. हा हा हा,
    शुक्र है अपन गंगाराम नहीं हैं।
    मस्त लिखा है दीपक जी।

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  5. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  6. और मना तुमसे होता नहीं ? वाह गंगाराम ! भाई हो तो तुम जैसा , भगवान् सबको तुम जैसा छोटा भाई दे !
    प्रणाम गंगा राम !

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  7. बढ़िया मजेदार पोस्ट, पर हम तो तीन भाइयों में बड़े हैं ... चलो मेरे छोटे भाई से पूछ लेता हूँ :)

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  8. गंगाराम से हमारा राम राम कहिये.
    :)

    दीपोत्सव कि हार्दिक शुभकामनाएँ.

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  9. सलील जी, उपेन्द्र जी, संजय जी, सक्सेना जी, इन्द्रनील जी, पूर्वीय जी, मनोज जी
    सही में ये एक छोटे भाई की ही दास्ताँ है....... और उसी की जुबानी........ आज पता नहीं क्यों याद आ गयीईए.
    आभार आप लोगों का......
    यूँ ही स्नेह बनाये रखिये.

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बक बक को समय देने के लिए आभार.
मार्गदर्शन और उत्साह बनाने के लिए टिप्पणी बॉक्स हाज़िर है.