लादेन मर गया......
छोटी पोस्ट है....... जिसे माइक्रो पोस्ट कहा जात है या फिर सोशल साईट की माफिक ट्वीट.. ट्वीट.. ट्वीट..
शायद इसी को कुत्ते की मौत कहते हैं, ठीक ही तो आशु का मेसेज आया था........ ओसामा नामक कुत्ता मारा गया...
पर कई सवाल छोड़ गया..
हिंदू परिपेक्ष्य में ये बात सही सिद्ध हुई की अंतिम वक्त में कंधे भी किस्मत वालों को नसीब होते है ....... बिचारा बहुत बदकिस्मत था..... पर कहीं न कहीं तो किस्मत उसका साथ दे ही गई....... जैसे अंतिम समय में उसके समस्त नातेदार जैसे FBI, ISI वगैरह उसके साथ थे और उसके परिजन भी....
मेरे फरिश्तों ने ही दसकत किये... मेरे मौत के फरमाने पर
और एक शेर भी ... माफ करना ... "महान" अंतिम मुग़ल सम्राट बहादुर शाह जफ़र का ये शेर भी याद आ गया:
कितना है बद्ननसीब ज़फर दफ्न के लिए,
दो गज जमीन भी न मिल सकी कूए यार में
बेचारे को दो गज जमीन भी न मिली......
और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ........
हंसी आती है तो रुक रुक कर .... चेहरा ही शर्मशार हुआ जाता है....
बेचारा ओसामा मर गया .... पाकिस्तान पर ऐतबार करके.. उसे याद रखना चाहिए था... जो मुल्क अपने जन्मदाता (भरत) के प्रति वफादार नहीं है ... वो कैसे किसी और प्रति वफ़ा रख सकता है... बेवफा ... मुल्क ... और वहां के बेवफा प्रधानमत्री और वहां की बेवफा सेना और सीआईए.. है न.
बस ऐसे ही ... क्या करें, गधे और ब्लोग्गर्स में कुछ फर्क तो होता ही है न...... पर एक बात सत्य है.. ... अपनी बिरादरी ही अपनी दुश्मन होती है..... खाप पंचायतें ही बेडा गर्क करती हैं - मात्र अपनों का - दूसरों पर बस थोड़े ही चलता है, अब बिरादरी को क्या कोसना की गधों का माथा जल रहा है... हम तो आपके जज्बे सलाम कह रहे थे.... पर अब पता चला की इंसान और गधों के जज्बे में भी फर्क होता है और हम तो एक ही समझ रहे थे. दिल पर मत ले यार... पता नहीं क्यों ब्लॉग याद आ गया .."लाईट ले यार" पता नहीं किस का ब्लॉग था....
छोटी पोस्ट है....... जिसे माइक्रो पोस्ट कहा जात है या फिर सोशल साईट की माफिक ट्वीट.. ट्वीट.. ट्वीट..
जय राम जी की.
बाबा !
जवाब देंहटाएंबुड्ढे होते जा रहे हो " लाईट ले यार " आपके दोस्त सतीश सक्सेना का ब्लॉग है ....
:-)
. ओसामा नामक कुत्ता मारा गया ek kutte ki maut ..
जवाब देंहटाएंaaj yeh sabit ho gaya ki gaddaar hamesha gaddaar hota hi itna bada kom ka rehnuma kutte ki maut marwa diya aur puri dunia main koie ho halla nahi....
gadho par charcha kal hogee...
jai baba banaras......
दीपक बाबू!
जवाब देंहटाएंजब कुत्तों में झगड़ा होता है तो कुत्तों का दल बाकी कुत्तों को आगाह कर देता है कि आगे ख़तरा है. इसी लिए आज विकीलीक्स के लेटेस्ट केबुल में खुलासा हुआ है कि पाक सरकार ओसामा बिन लादेन पर होने वाले हर हमले की खबर उसको पहले से दे दिया करती थी.
bahut sahi kaha ! bharose ke layak nahi apna padosi !
जवाब देंहटाएंसक्सेना जी, काहे आज बाबा की दूरदर्शिता पर प्रशन चिन्ह लगा रहे हो .......... जब ब्लॉग आपका है तो फिर उसमे लिखते काहे नहीं. खाली प्लाट समझ कर कोई कब्ज़ा जमा कर बैठ गया तो फिर आओगे - बाबा कोनो चक्कर चलाव .... मेरा प्लाट खाली करवाओ
जवाब देंहटाएंकितना है बद्ननसीब ज़फर दफ्न के लिए,
जवाब देंहटाएंदो गज जमीन भी न मिल सकी कूए यार में
aise logon ko jameen naseeb nahin hoti
काहे को कुत्तों को बदनाम करते हो? वो तो अपनी ही मौत मरा और यही अंत है आतंकारियों का।
जवाब देंहटाएंजो अपने ही देश और देशवासी के प्रति वफादार न हुआ जो अपने ही नेता बिरादरी के प्रति भी वफादार न हुआ एक दुसरे को मरवाने पर तुले होते है वो और किसी के प्रति क्या वफादार होगा |
जवाब देंहटाएंसच कहा आपने दो गज ज़मीन सिर्फ खुश नसीबों को ही मिला करती है बदनसीबों को समुन्दर में दफनाया जाता है...देखना ये है के कहीं पाकिस्तान दूसरा ओसामा पैदा न कर दे...
जवाब देंहटाएंनीरज
दिग्गी राजा कब शोक सभा कर रहे हैं ... जाना पड़ेगा वहाँ ...
जवाब देंहटाएंमज़ा आ गया दीपक जी ...
मजा आगया, बाबा की दूसरी पोस्ट में मेरा नाम.मैं तो यही देख कर खुश हो गया..
जवाब देंहटाएंलादेन का अंत बिलकुल सही तरीके से हुआ है सर में गोली डाल कर..उसके सरे समर्थको का भी यही होना चाहिए ..
काश शुरुवात हिन्दुस्थान से होती..
दीपक बाबा की जय हो.....................
बेचारे दिग्गी राजा ने पता नहीं खाना वाना खाया कि नहीं अभी।
जवाब देंहटाएं@मो सम कौन:
जवाब देंहटाएंअब तो बिन लादेन के चालीसवें पर ही खायेंगे!!
मुझे भी अपने पड़ोसियों से शिकायत है। वे कुत्ते तो पालते हैं पर उसकी सही हिफाजत नहीं कर पाते।
जवाब देंहटाएंसच कहा आपने दो गज ज़मीन सिर्फ खुश नसीबों को ही मिला करती है|
जवाब देंहटाएंनमस्कार जी
जवाब देंहटाएंये एक आतंकी की मौत थी, कुत्ते की नहीं, क्यों कुतों को जलील करते हो वे तो वफ़ादरी की मिशाल होते है
हां दिग्गी को देख लेना अभी कोप भवन में है या बाहर आ गया है