24 अग॰ 2012

मुस्कुराइए

मुस्कुराइए कि सरकार मुस्कुरा रही है, क्योंकि 'आपजी', २ जी से बाहर आ गए हैं, बिना किसी नुक्सान के.  मैदाम ने राहत की सांस ले, सरदार जी को भी धीरज बंधाया, जब इतनी ही जीरो वाला 2 जी सरकार की मुस्कान नहीं छीन सका तु ये मुया कोयला क्य छीनेगा : वो भी तब जब मीडिया ने इसे 'कोलगेट' नाम दिया है,

उधर सोशल मीडिया वालों पर निगाहें तो कभी से टेढ़ी थी, अच्छा ही हुआ, 'पडोसी' की हरकतों से कुछ लोगों ने  दंगा फसाद कर दिया और हमेशा की तरह फिर निशाने पर संघ है. अत: संघ परिवार के मुखपत्र के ट्विटर अकाउंट को बंद कर दिया.


गोपाल कांडा को किसी तारा बाबा ने लड़कियों से दूर रहने की सलाह दी थी, कि ये तुझे बर्बाद कर देंगी, पर पैसे, सत्ता का गरूर कहाँ किसी की नेक सलाह पर अमल करने देता है... सो ये मालूम होते हुए भी साहेब बर्बाद हो रहे है... और बर्बाद होते गए. हाय रे इश्क... हाय रे ये लड़कियां...  (मैं कुछ फटटू किस्म का ब्लोग्गर हूँ, अत: इस पंक्ति को वापिस लेता हूँ :) )


एक कैदी को फांसी से पहले आखरी ख्वाइश पूछी जा रही है, और उसका जवाब सुनिए. बढिया लगा ये कार्टून, कहीं मेल से प्राप्त हुआ है. कार्टूनिष्ट का नाम पता नहीं है, सोचा आपसे सांझा कर लूं, ( आपको पता हो तो बता दें,) वैसे भी अब पोस्ट ठेलने के लिए बहाने कम पड़ते जा रहे हैं.


  1. शिवम् मिश्रा : अगर मैं गलत नहीं तो इस कार्टून के कार्टूनिस्ट है श्री सतीश आचार्य जी है 

23 टिप्‍पणियां:

  1. अच्छे से कारण है मुस्काने के!!
    कार्टून चित्र नहीं दिखता।

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    1. बलि के बकरे से मुस्कुराने की उम्मीद आप रख ही कैसे सकते हैं. :) हँसता तो कसाई है,

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  3. अगर मैं गलत नहीं तो इस कार्टून के कार्टूनिस्ट है श्री सतीश आचार्य जी ... बाकी मुस्कुरा तो हम रहे ही है सरकार की हरकतें देख देख कर ... ;-)

    मेरा रंग दे बसंती चोला - ब्लॉग बुलेटिन आज की ब्लॉग बुलेटिन मे शामिल है आपकी यह पोस्ट भी ... पाठक आपकी पोस्टों तक पहुंचें और आप उनकी पोस्टों तक, यही उद्देश्य है हमारा, उम्मीद है आपको निराशा नहीं होगी, टिप्पणी मे दिये लिंक पर क्लिक करें और देखें … धन्यवाद !

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  4. बहुत बढिया..

    अब ये बात तो जेलर पूरी कैसे कर सकता है।
    सारी. तेरी अंतिम इच्छा कभी पूरी नहीं हो सकती।
    हाहहा

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  5. इस कोलगेट में भी नमक है बाबाजी, चुकाये बिना नहीं चलेगा|

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  6. तारा और दीपक दोनों ही आलोकित करने की कोशिश करते हैं पर तले के अंधेरे को कौन रोक सकता है :)

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    1. अब आप गलत कर रहे हैं. एक पहुंचे हुए बाबा (जिनके चेले तक ख्यात(कु) हो चुके हैं) के साथ आप दीपक बाबा की तुलना कर रहे हैं... .ये अच्छि बात नहीं.

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    2. पर मैंने दोनों के साथ बाबा कहां जोड़ा है :)

      बहरहाल बाबा ने तो सुधारने की कोशिश की थी चेला ही नहीं सुधरा तो इसमें बाबा का क्या कुसूर है ? :)

      वैसे मैंने तले को तुले भी लिख कर देखा था ठीक ही लगा :)

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    3. बिल्कुल अच्छी बात नहीं है!

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    4. @ तले के अंधेरे को कौन रोक सकता है :)
      @ तुले के अंधेरे को कौन रोक सकता है :)

      ये तुले नहीं जचा .... पता नहीं आप क्या सोच कर लिख रहे थे.

      @स्मार्ट इंडियन : मेरी बात से आप सहमत लग रहे हैं... ये अच्छी बात है. :)

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    5. दीपक जी ,
      आपने कहा , आप गलत कर रहे हैं , सो स्मार्ट इन्डियन ने आपको कहा , ये बिल्कुल अच्छी बात नहीं है :)

      बाबा की नसीहत के खिलाफ चेले मियां लड़कियों की सोहबत पे तुले हुए थे :)

      आप स्मार्ट इन्डियन को आपकी बात से सहमत कर रहे हैं ये अच्छी बात नहीं है :)

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    6. अली साब, अब लग रहा है आप और इस्मार्ट इंडियन सीधे साधे बाबा को बातों में उलझा रहे हैं, ये अच्छी बात नहीं है :)

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  7. @सुज्ञजी
    @कौशलजी
    @शिवम जी
    @श्रीवास्तवजी
    @प्रवीणजी
    @संजय भाइ
    @संजय कुमार चौरसिया जी

    पोस्ट को समय दिया, आप सभी का हार्दिक धन्यवाद.

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  8. @ गोपाल कांडा को किसी तारा बाबा ने लड़कियों से दूर रहने की सलाह दी थी, कि ये तुझे बर्बाद कर देंगी ...

    काश कोई बाबा लड़कियों को भी बता पाता कि राक्षसों से कैसे बचा जाय :(

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    1. भला बाबा लड़कियों को बताएं/सिखाएं कैसे..... लड़कियों के चेली बनते ही बाबा राक्षस बन जाते हैं....

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    2. ये बात भी सही है। राक्षस तो पहले से ही रहे होंगे, बस सतही मेकअप उतर जाता है।

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  9. ये लो आप हमारी टिप्पणी स्पैम में धकियाने लग गये :)

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  10. खरगोश का संगीत राग रागेश्री पर आधारित
    है जो कि खमाज थाट का सांध्यकालीन राग है, स्वरों में कोमल निशाद और बाकी स्वर शुद्ध लगते
    हैं, पंचम इसमें वर्जित है, पर हमने इसमें अंत में पंचम का प्रयोग भी किया है,
    जिससे इसमें राग बागेश्री भी
    झलकता है...

    हमारी फिल्म का संगीत वेद नायेर
    ने दिया है... वेद जी को अपने संगीत कि प्रेरणा जंगल में चिड़ियों कि चहचाहट
    से मिलती है...
    My site > हिंदी

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बक बक को समय देने के लिए आभार.
मार्गदर्शन और उत्साह बनाने के लिए टिप्पणी बॉक्स हाज़िर है.