27 नव॰ 2008

माननिये अमर सिंह को समर्पित

देश की आर्थिक राजधानी के नाम से अपनी खास पहचान रखने वाली मुंबई बुधवार की रात दहल गई।
दिन-रात कभी न रूकने वाला यह शहर एक बार फिर आतंकियों के खौफनाफ इरादों का शिकार बन गया। डेक्कन मुजाहिदीन नामक एक अनाम आतंकी संगठन द्वारा अंजाम दी गई इस खतरनाक साजिश से उनकी रणनीति में बदलाव के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। पहले जहां आतंकी ज्यादा से ज्यादा जानमाल के नुकसान में यकीन रखते थे, वहीं इस बार उनका निशाना खास लोग बने। यानि की मालदार लोगों को निशाना बनाया gaya
आतंकियों ने आम जनता की बजाय नौकरशाहों, कारोबारियों, राजनयिकों और विदेशी मेहमान जैसे प्रतिष्ठित और धनाढ्य वर्ग को निशाना बनाया है।
आतंकियों ने करीब 10 बजे कोलाबा इलाके के लियोपोल्ड रेस्टोरेंट में भयानक गोलीबारी के बाद ताज और ओबेराय होटलों में भी अंधाधुंध गोलीबारी के साथ कई धमाके किए। ये तीनों नाम ऐसे स्थानों के हैं जो विदेशी पर्यटकों ,नौकरशाहों और राजनयिकों के अलावा शहर के तमाम स्थानीय धनाढ्य वर्ग को लोगों की पहली पसंद हैं।
मालूम हो कि आतंकियों से एक तरह युद्ध लड़ रहे देशों अफगानिस्तान और इराक के बाद सबसे ज्यादा आतंकी हमलों में हताहत होने वालों की संख्या भारत से है। लेकिन इससे पहले की सभी आतंकी घटनाओं में भीड़ भरे इलाकों, धार्मिक स्थलों, बाजारों और गली-मुहल्लों में खाने की जगहों पर मध्य वर्ग के लोगों को निशाना बनाया गया था। इस साल सितंबर में देश की राजधानी दिल्ली के भीड़ भरे इलाकों में हुए पांच बम विस्फोटों में करीब दो दर्जन लोग मारे गए। मारे गए लोगों में फुटपाथ पर सामान बेचने वालों से लेकर नौकरी पेशा वाले लोग शामिल थे।
इन आतंकी हमलों के दौरान अभी तक 3 विदेशियों समेत 100 लोग इन दुर्दात आतंकी कार्रवाई की भेंट चढ़ चुके हैं और 300 से अधिक घायल हो गए हैं। मुठभेड़ के दौरान एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे समेत 11 पुलिसकमियों की शहादत के बाद अभी तक सुरक्षाबलों को 5 आतंकियों को मार गिराने में व 9 को जिंदा पकड़ने में सफलता मिली है।
अमर सिंह जी आपकी बहुत याद आ रही है। आपको ५ आतंकियों के मारे जाने पर दुःख व्यक्त करना चाहिए। मरने वाले आतंकवादी के परिवार वालो को सतवाना देने जाना चाहिए। भारतीय सेन्ये बलों की भर्त्सना करनी चाहिए। आखिरकार वो बेचारे जिहादी जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुवे १०० से ज्यादा बेक़सूर लोगों को मारा, देश की अर्थव्यवस्था पर चोट की, उन्हें समाजवादी पार्टी की तरफ़ से इनाम तो देना चाहिए। उनके परिवार वालों को रोज २ किलो चिकन और १ किलो सुखा मेवा भी भिजवाने की wइवास्था होनी चाहिए।
सालो शर्म करो, अगर अब भी बाटला हाउस का जिक्र किए तो कसम से .........
दोस्तों सोचो और इन नेतायों को पहचानो और वक्त पर जवाब दो।
जय राम जी की, भगवान शहीद पुलिस कर्मियों को अपने चरणों मैं शरण दे व मरने वालों की आत्मा को शान्ति मिले ... आमीन

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