जब दुनिया ही तमाशा बन जाए - तो बक बक करने में बुराई क्या है.
जनता इस सबकी आदी हो चुकी है और भाई लोग चाहते भी यही हैं।
जनता ऐसे ही रहेगी... तभी उनकी सत्ता चलेगी.. दरबार सजेगा...
प्रभु आप तो मग्न है...............jai baba banaras.....
सुन्दर रचना।विघ्नहर्ता विघ्न हरोमेटो सकल क्लेशजन जन जीवन मे करोज्योति बन प्रवेशज्योति बन प्रवेशकरो बुद्धि जागृतसबके साथ हिलमिल रहेंदेश दुनिया के नागरिकश्री गणेशाय नम:……गणेश जी का आगमन हर घर मे शुभ हो।
jai ho
अब तो नग्नता ही जनता का गहना हो गया है दीपक बाबू!! जब से तथाकथित देवता, भाग्यविधाता बन बैठे हैं!!
काश जनता को नग्न रहने की आदत पड़ जाए. अन्यथा राजनीति और ब्यूरोक्रेसी को कभी नंगा होना पड़ेगा. अच्छा वयंग्य.
बढियां है -तभी तो वह नग्न है -भगवान् तो सजे संवरे हैं न !
और रहेगी ... :)शुभकामनायें जनता को !
सब के सब घंटी टुनटुना रहे हैं और जितनी बड़ी माँग उतना बड़ा चढ़ावा...प्रसाद... जनता यह जानती है फिर भी... बेहतरीन.
बहुत उम्दा पंक्तियाँ ..... वहा बहुत खूब मेरी नई रचना खुशबूप्रेमविरह
बक बक को समय देने के लिए आभार. मार्गदर्शन और उत्साह बनाने के लिए टिप्पणी बॉक्स हाज़िर है.
जनता इस सबकी आदी हो चुकी है और भाई लोग चाहते भी यही हैं।
जवाब देंहटाएंजनता ऐसे ही रहेगी... तभी उनकी सत्ता चलेगी.. दरबार सजेगा...
जवाब देंहटाएंप्रभु आप तो मग्न है...............
जवाब देंहटाएंjai baba banaras.....
सुन्दर रचना।
जवाब देंहटाएंविघ्नहर्ता विघ्न हरो
मेटो सकल क्लेश
जन जन जीवन मे करो
ज्योति बन प्रवेश
ज्योति बन प्रवेश
करो बुद्धि जागृत
सबके साथ हिलमिल रहें
देश दुनिया के नागरिक
श्री गणेशाय नम:……गणेश जी का आगमन हर घर मे शुभ हो।
jai ho
जवाब देंहटाएंअब तो नग्नता ही जनता का गहना हो गया है दीपक बाबू!! जब से तथाकथित देवता, भाग्यविधाता बन बैठे हैं!!
जवाब देंहटाएंकाश जनता को नग्न रहने की आदत पड़ जाए. अन्यथा राजनीति और ब्यूरोक्रेसी को कभी नंगा होना पड़ेगा. अच्छा वयंग्य.
जवाब देंहटाएंबढियां है -तभी तो वह नग्न है -भगवान् तो सजे संवरे हैं न !
जवाब देंहटाएंऔर रहेगी ... :)
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें जनता को !
सब के सब घंटी टुनटुना रहे हैं और जितनी बड़ी माँग उतना बड़ा चढ़ावा...प्रसाद... जनता यह जानती है फिर भी... बेहतरीन.
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा पंक्तियाँ ..... वहा बहुत खूब
जवाब देंहटाएंमेरी नई रचना
खुशबू
प्रेमविरह